आर्सेनिक
एल्ब 3, 6- डॉ० शंकरन के अनुसार जबकि
त्वचा के काले पड़ने
का कोई स्पष्ट कारण समझ में नहीं आये तो यह दवा
देने से त्वचा का
रंग ठीक हो जाता है
।
लैकेसिस
1M- त्वचा पर काले-काले
दाग हों जो बॉयी तरफ
से बैंगनी रंग के साथ प्रारम्भ
हों तो इस दवा
की प्रत्येक 15 दिन के अन्तर से
एक मात्रा देने से लाभ होता
है ।
कोलोफाइलम
30– डॉ० हेलमेथ का कहना है
कि यदि स्त्रियों के चेहरे की
त्वचा का रंग अनियमित
मासिक स्राव की वजह से
बदल जाये तो इस दवा
को देना चाहिये ।
रसटॉक्स
200- नाई से दाढ़ी बनवाने
के बाद त्वचा पर किसी भी
तरह के उद्भेद हो
जायें तो यह दवा
लाभ करती है ।
सासपैरिला
200- डॉ० घोष के अनुसार यदि
किसी व्यक्ति के शरीर पर
वृद्धों की भाँति झुर्रियाँ
(सिलवटें) पड़ जायें तो यह दवा
देनी चाहिये।
काली
स्त्रियो का उपचार– यदि
कोई स्त्री अत्यधिक काली त्वचा तथा काले बालों वाली हो तो उसे
आयोडम 1x की एक मात्रा
प्रति रात्रि दें- इस प्रकार कुल
सात दिनों तक दें और
फिर दवा बन्द कर दें ।
इसके बाद नम्नलिखित मलहम बनाकर लगायें:
बबॅरिस
एक्वा, जिंक ऑक्सी, कैलेण्डुला, ओलियम सेन्टल- सभी दवाओं के मूल अकों
को समान मात्रा में लेकर मिला लें । फिर इस
मिश्रण को पेट्रोलियम जैली
वैसलीन में मिलाकर मरहम-सा बनाकर रख
लें । फिर प्रतिदिन
सुबह नहाने से पहले इस
मरहम को सम्पूर्ण त्वचा
पर रगड़-रगड़ कर लगायें ।
इस प्रकार प्रयोग करने से त्वचा थोड़ी
और अधिक काली हो जायेगी परन्तु
धीरे-धीरे त्वचा में स्निग्धता और चमक आने
लगेगी और त्वचा गोरी
हो जायेगी । परन्तु मलहम
का नियमित प्रयोग किया जाना आवश्यक है । से
कच्चे दूध में पिसी हुई मुलतानी मिट्टी तथा हल्दी मिलाकर त्वचा पर लगाये और
आधा घण्टे बाद धो दे ।
इस प्रकार कई रात्रियों तक
लगाना चाहिये । दिन में
कई बार सौंफ चबाना भी लाभप्रद है
।